टैगोर की कालजयी और प्रिय लघु कहानी, काबुलीवाला, की शोभा बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन.
मिथुन चक्रवर्ती आगे हैं इसमें नाममात्र की भूमिका नये रूपांतरण का निर्देशन सुमन घोष द्वारा. प्रतिष्ठित आख्यान पर एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए, फिल्म एक मध्यम आयु वर्ग के अफगान व्यक्ति की कहानी बताती है हलचल भरा कलकत्ता, जिसका एक छोटी लड़की के प्रति पैतृक प्रेम है सीमाओं और संस्कृतियों से परे.
फिल्म दिल छू लेने वाले एक युग को दर्शाती है संबंध और प्रेम का गहरा महत्व कोई सीमा नहीं जानता. फिल्म में अबीर चटर्जी और सोहिनी सरकार भी हैं छोटी लड़की के लिए माता-पिता की भूमिका निभाएं। इस अवसर पर बाल दिवस के मौके पर फिल्म का ऑफिशियल पोस्टर जारी कर दिया गया है अनावरण किया।